झारखंड / पांच साल में कृषि मंत्री की उम्र 13 वर्ष बढ़ गई, झाविमो के सबा अहमद की उम्र पांच साल में 1 साल बढ़ पाई

धनबाद (विकास सिंह). चुनावी शपथ पत्रों के हिसाब से यदि उम्र आंकी जाती तो नेताओं की उम्र का कभी पता ही नहीं चल पाता। किसी की उम्र बढ़ती ही नहीं, तो किसी की धीमी बढ़ती है और कोई बहुत जल्दी उम्रदराज हो जाता है।


2019 विधानसभा चुनाव के शपथ पत्रों का हमने 2014 के शपथ पत्रों से तुलनात्मक अध्ययन किया तो चौंकाने वाले 'तथ्य' सामने आए। कृषि मंत्री रणधीर सिंह की उम्र पांच साल में 13 वर्ष बढ़ गई है। जबकि टुंडी से झाविमो प्रत्याशी पूर्व मंत्री सबा अहमद की उम्र तो पांच साल में एक ही साल बढ़ी। जामा से झामुमो की प्रत्याशी सीता सोरेन, चंदनकियारी से आजसू प्रत्याशी उमाकांत रजक और धनबाद से भाजपा के प्रत्याशी राज सिन्हा की उम्र पांच सालों में चार-चार साल ही बढ़ी। पूर्व मंत्री और धनबाद से कांग्रेस प्रत्याशी मन्नान मल्लिक की उम्र पांच साल में सात साल बढ़ गई है।


सबकी उम्र गड़बड़ :








































प्रत्याशी    2014    2019
रणधीर सिंह    32    45
मन्नान मल्लिक    69    76
सबा अहमद    70    71
सीता सोरेन    40    44
राज सिन्हा    53    57
उमाकांत रजक    50    54

टुंडी से झाविमो प्रत्याशी डॉ सबा अहमद ने कहा कि गिरिडीह से मेरा वोटर आईडी कार्ड बना है। कार्ड में जो उम्र है, वहीं शपथपत्र में लिखवाया है। पिछले चुनाव की बात पुरानी हो चुकी है।
 


2014 में रणधीर ने बताया-7 साल में दी मैट्रिक परीक्षा
2014 में रणधीर सिंह ने अपनी उम्र 32 साल बताई थी, जबकि उन्होंने शपथपत्र में उल्लेख किया कि उन्होंने 1989 में मैट्रिक की परीक्षा दी थी। इस लिहाज से जब रणधीर ने मैट्रिक की परीक्षा दी, उस समय उनकी आयु लगभग सात साल थी।